ट्रेन में मिली लड़की ने दिया चुदाई का भरपूर मजा

हॉट गर्ल सेक्सी सेक्स कहानी में पढ़ें कि ट्रेन में मेरे दोस्ती एक हसीन लड़की से हो गयी. बाद में हम मिले और एक दिन मैं उसे अपने रूम पर ले आया. वहां मैंने उसकी सील तोड़ी. “wild sex kahani”

मेरा नाम प्रिंस है और मेरी उम्र 19 साल की है. मैं बिहार का रहने वाला हूँ.
यह हॉट गर्ल सेक्सी सेक्स कहानी तब की है, जब मैं पटना जा रहा था. उधर रह कर मैं अपनी पढ़ाई कर रहा था.

ट्रेन में मेरे ही साथ एक लड़की चढ़ी, वह वाकयी में गुलाब के फूल की जैसी लड़की थी.
मैंने उसे देखा तो मानो मेरा मन चुदाई का होने लगा.

मैं लगातार उस लड़की को देखे जा रहा था.
धीरे धीरे वह भी मुझे देखने लगी और इशारों इशारों में ही वह बात करने को राजी हो गई.

हम दोनों अपनी अपनी सीट से उठे और ट्रेन के दरवाजे के पास आकर बात करने लगे.

मैंने कहा- हैलो!
उसने भी मेरी हैलो का जबाव दिया.

मैं- मेरा नाम प्रिंस है और आपका?
वो- मैं आयुषी.

मैं- वाह, बड़ा ही सुंदर नाम है.
वह हँसती हुई बोली- हां, इलाज करने जैसा नाम है.

मैं उसकी बात सुनकर जरा सकपकाया कि इसमें इलाज करने जैसी क्या बात हुई. कहीं ये मुझसे ये तो नहीं कह रही है कि वह मेरा इलाज कर देगी!

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मैंने उसकी तरफ सवालिया नजरों से देखा, तो वह वापस मुस्कुरा दी.

मैंने कहा- मैं समझा नहीं कि इलाज जैसा क्या है आपके नाम में?
वह बोली- आपने भारत सरकार में आयुष मंत्रालय का नाम सुना है?

उसके ये कहते ही मुझे हंसी आ गई और मेरे साथ वह भी हंसने लगी.

दरअसल आयुष मंत्रालय भारत सरकार के आयुर्वेद चिकित्सा क्षेत्र के लिए काम करता है और उसने अपने नाम आयुषी के लिए यही कहा था.
फिर आयुषी से बात होने लगी.

वह पटना में रहकर अपनी पढ़ाई कर रही थी और एक गर्ल्स हॉस्टल में रहती थी.
मैंने भी उसे अपने बारे में बताया कि मैं भी पटना में अलग कमरा लेकर रहता हूँ और फिलहाल कमरे में अकेला रहता हूँ.

उसने आंखें नचाते हुए पूछा- कमरे में अकेले रहते हो तो बड़ी मौज रहती होगी?
मैंने पूछा- किस तरह की मौज की बात कर रही हो … जरा साफ साफ पूछो तो बताने में आसानी होगी.

वह बोली- जैसे यंग को अकेले रहने से आजादी मिलती है. वैसी आजादी की बात कर रही हूँ.
मैंने कहा- हां वह तो है मगर मैंने इस सबका अभी फायदा नहीं उठाया है. तुम मुझे सिखा सकती हो क्या?

वह हंसने लगी.

इसी तरह की बातों में हम दोनों में काफी कुछ दोस्ताना हो गया था.
जब मैं पटना उतरा, तो उसने अपना नंबर दे दिया.

मैंने उसे मैसेज किया, तो उसने बोला कि शाम को जू में आ जाना.
मैं रेडी होकर उससे मिलने जू गया. वह शॉर्ट्स पहन कर आई थी.

दोस्तो, वह क्या कयामत लग रही थी … मेरा तो मन कर रहा था कि इसे अभी ही पटक कर चोद दूं.
उसकी फिगर साइज़ करीब 30-28-32 की रही होगी.

धीरे धीरे बात करते करते उसने मेरा हाथ पकड़ लिया तो मैं समझ गया कि इसके छेदे के अन्दर भी आग लगी है.
वह बार बार मुझसे चिपक रही थी जिससे उसके बूब्स मेरे हाथ से लग रहे थे.

मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैंने उसे जोर से अपनी बांहों में पकड़ लिया.

उसने भी मेरा साथ देते हुए कहा- अकेले रहने वाला पहला फायदा ये है.
मैंने कहा- ये फायदा नहीं है, बस उसकी झलक है.

वह बोली- सही पकड़े हो … जल्दी ही झलक अपनी पूरी फिल्म भी दिखा सकती है.
मैंने कहा- हां मुझे फिल्म देखने का इंतजार है.

वह हंस दी और मैं भी समझ गया था कि इसे भी लंड की जरूरत है.
फिर हम दोनों ने कुछ खाया.

रात काफी हो चुकी थी, तो मैंने उससे कहा- मेरे रूम पर चली चलो, मैं कल तुम्हें घर छोड़ दूंगा.
इस बात को सुन कर वह भी मुस्कुरा दी और समझ गई कि वह आज ही चुदने वाली है.

उसने हामी भर दी और कहा- अकेले का फायदा वाली फिल्म देखनी है ना!
मैंने कहा- हां तुम चाहोगी तो हम दोनों मिल कर देखेंगे.

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फिर हम दोनों मेरे रूम में आ गए.
मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपनी ओर खींचा … तो वह थोड़ी सहम गई.

मैंने उसे गले से लगाना चाहा, तो वह भी झट से मेरे से गले लग गई.
उसके बूब्स ने मेरे लंड में करंट पैदा कर दिया था.

फिर तो पता ही नहीं चला कि कब मेरे होंठ और उसके होंठ आपस में चिपक गए.
हम दोनों एक दूसरे के होंठ पीने लगे.

मैं धीरे धीरे उसके बूब्स दबा रहा था और वह आह … आह … की सिसकारियां ले रही थी.

मैंने उसकी पैंटी में अपना हाथ डाल दिया, मैंने उसकी चूत पर हाथ डाला तो वह एकदम कंप सी गई.

उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी.
वह बोली- मैं वर्जिन हूँ, थोड़ा धीरे करना.

मैं उसके कपड़े उतारने लगा और उसे नंगी कर दिया.
खुद भी मैं नंगा हो चुका था तो मैंने उसके सर को लंड पर झुकाया.
वह खुद ही मेरे लौड़े पर झुकती चली गई.

अगले ही पल वह मेरे लंड को लॉलीपॉप के जैसे चूस रही थी और मैं उसके चूतड़ों पर चमाट मार रहा था.
फिर मैं उसके मुँह में ही झड़ गया.

अब मैं उसकी चूचियों से खेलने लगा उसके निप्पलों को काटने लगा.
उसे अब चुदास चढ़ चुकी और बर्दाश्त नहीं हो रहा था.

उसने कहा- प्रिंस … मेरे राजा, मेरी चूत को अब फाड़ दो.
मैं धीरे धीरे उसकी चूत में अपना लंड डालने लगा.
वह ‘आहह आहह …’ कर रही थी.

एक दो बार कोशिश करने के बाद मेरा लंड उसकी चूत में चला गया और सील टूटने के कारण उसकी बुर से थोड़ा सा खून निकल आया.
उसको दर्द भी हो रहा था.

मैंने उसे समझा बुझा कर धीरे धीरे उसकी सील पैक छेद में अपना लंड पेलने लगा.

थोड़ी देर में वह भी जोश में आ गई और अब वह अपनी गांड उठा उठा कर चुदवा रही थी.
वह ऊपर से और मैं नीचे से अपने लंड को अन्दर करता.
इसी तरह हम दोनों दो बार झड़ गए.

फिर वह मेरे ऊपर ही लेट गई.

रात को मेरी नींद खुली और मैं उसके बूब्स को दबाने लगा, उसकी चूत पर हाथ डालने लगा.
वह एक बार फिर से गर्म हो गई.

उसने मेरा लौड़ा पकड़ लिया और फिर से चूसने लगी.
मैं उसके बूब्स जोर जोर से दबाने लगा.

वह जोर जोर की सिसकारियां लेने लगी.
मैं उसके बदन के हर अंग को चूमने लगा.
इससे उसकी कामुक सिसकारियां बढ़ती जा रही थीं.

कुछ देर बाद हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.

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इस बार हम दोनों एक बार झड़ गए.
आधी रात को हम दोनों ने बाथ लिया और नहाते टाइम मैंने उसे एक बार जोर से चोदा.

उसके बूब्स दाब दाब कर लाल कर दिए.

वह लंड की बहुत भूखी थी.
इतना चोदने के बाद भी वह बोली- प्रिंस, मेरी चूत की भूख फिर से मिटा दो.

यह सुनते ही मैं उस पर भूखे शेर की तरह टूट पड़ा.
उसकी चूत में इतनी ताकत से अपना लंड डालने लगा कि वह जोर जोर से चिल्लाने लगी- आह प्रिंस फाड़ दो मेरी इस कमीनी चूत को!

उस दिन मैंने उसे दम से चोदा था और वह मुझसे संतुष्ट होकर अपने कमरे पर गई थी.

फिर हम दोनों जब भी मिलते, एक दूसरे को खुश करते थे.
वह अपनी जोरदार चुदाई के लिए हमेशा मुझे कुछ न कुछ गिफ्ट्स दिया करती थी.

एक दिन आयुषी अपनी एक फ्रेंड को लेकर मेरे रूम पर मुझसे मिलवाने लाई.
असल में वह उसे मुझसे चुदवाने लाई थी.

मैंने जब उसकी फ्रेंड को देखा तो मेरा लंड टन टन करने लगा.

उसकी फ्रेंड वाकयी में बहुत हॉट थी. उसका नाम आशना था.
उसके बड़े बड़े बूब्स देख कर मेरा तो मन कर रहा था कि कब मैं इसके मम्मों को अपने हाथ में ले लूँ और जोर जोर से दबा लूँ.

आशना भी मेरी भूखी नजरों से मेरे मन की बात जान चुकी थी कि मैं भी उसे चोदने के लिए तैयार हूँ.
उसने आयुषी को इशारा किया और आयुषी बाथरूम में जाने की कह कर उधर से हट गई.

अब आशना मेरे पास आकर बैठी और धीरे धीरे अपने हाथों से मेरे हाथ सहलाने लगी.
धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे को किस करने लगे.

मैं उसके बूब्स जोर जोर से दबाने लगा और उसके बूब्स को पीने लगा.
वह गर्म हो चुकी थी.

इतने में आयुषी भी आ गई.
उसने हम दोनों को इस पोजीशन में देखा तो वह भी गर्मा गई और वह आकर सीधे मेरे लंड को लॉलीपॉप के जैसे चूसने लगी.

मैं उसकी सहेली आशना के दूध पी रहा था.
फिर मैंने आशना की गुलाबी चूत को चूसना शुरू कर दिया.
वह जोर जोर से सिसकारियां लेने लगी और बोली- अब और मत तड़पाओ … मेरी गुफा में अपना शेर घुसेड़ कर मेरी चूत फाड़ दो.

मैं यह सुनते ही जोश में आ गया और उसकी चूत पर अपना लंड रख कर रगड़ने लगा.
हालांकि मैं उसे अभी और तड़पाना चाहता था.

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मैं रगड़ रगड़ कर आशना के होंठों को काट रहा था, उसके बड़े बड़े चूचों के कड़क निप्पलों को रगड़ रहा था.

आशना और भी ज्यादा कामुक होने लगी और अपनी बुर पर मेरा सर रगड़ने लगी.

मेरी जीभ उसकी चूत की गहराई नापने लगा था.
वह अपनी चूत चुसाई ज्यादा देर तक नहीं सह पाई और तेज आवाज करती हुई झड़ गई.

मैंने उसकी चूत को चाटना नहीं छोड़ा और लगातार चूत चूसते रहने से उसकी गर्मी वापस भड़क गई.

मेरा खड़ा लंड देख कर उसकी कामुकता फिर से जाग उठी थी.
उसने अपने दोनों पैर खोल कर मुझे अपने ऊपर चढ़ा लिया. अब तो मैं भी उसकी बुर फाड़ने के लिए रेडी था.

मैंने उसकी टांगों को फैलाया और बीच में आकर उसकी चूत पर लंड के सुपारे को घिसा.
वह व्याकुल हो उठी और उसने अपनी गांड उठा कर लंड पेलने का इशारा किया.

मैंने पेला तो थोड़ा सा लंड जाते ही उसने कराह कर कहा- उई मम्मी धीरे से करना … मेरी चूत कुंवारी है.

मैं एक और कुंवारी चूत फाड़ने के लिए अब कहां रुकने वाला था.
मैं ताबड़तोड़ चालू हो गया और उसकी चूत में अपना लंड पेलने लगा.
वह ‘आअह मर गई आह …’ की जोर जोर से सिसकारियां ले रही थी.

मेरा लंड उसकी चूत में आधे रास्ते तक जाते ही अड़ने लगा.
मैंने जोर दिया तो उसकी सील टूट गई.
वह दर्द से तड़पने लगी, पर साली मजे भी ले रही थी.

फिर कुछ देर बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए.
मैंने अपना सारा स्पर्म उसकी चूत में ही झाड़ दिया.
उसकी आग उगलती चूत को मानो ठंडक मिल गई थी.
उसे मर्द का सुख मिल रहा था.

फिर हम दोनों ने एक वॉर्म बाथ ली और नहाते हुए भी मैंने उसे एक बार जम कर चोदा.
हॉट गर्ल सेक्सी सेक्स से उसकी चूत सूज गई थी.

ऐसे ही जब भी मौका मिलता, मैं उन दोनों में से किसी को भी चोद देता था.
कभी कभी वे दोनों ही मुझसे एक साथ चुदवाने को मचल जाती थीं.

तो दोस्तो, कैसे लगी मेरी हॉट गर्ल सेक्सी सेक्स कहानी, आप मुझे मेल से बताएं.
sasprince1@gmail.com